कभी शक बेबुनियाद निकले
कभी देखी शकीली बुनियादे
ऐसी ज़मीं कहॉ है,
जो खिसकी नही पैरोतले !
कभी खिसकी दसवें कदम पे
तो कभी कदम उठाने से पहले .....
Showing posts with label ज़मीन. Show all posts
Showing posts with label ज़मीन. Show all posts
Thursday, June 18, 2009
Subscribe to:
Posts (Atom)