मुझे बीछ मेही लिखना बंद करना पड़ गया...transliteration काम नही कर रहा था। इसका उत्तराद्ध कुछ ही देरमे लिखने जा रही हूँ, जो छोटासाही होगा शायद...क्योंकि मै सीधे नेटपे लिख लेती हूँ...किसी copybookme कोई लेखन नही होता....
शमा
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2 comments:
आप पे लेखनी का असीम कृपा है मैं तो यही कहूँगा ,आपके लेखन का इंतजार करूँगा ...
shama ji, aapke vichar aur sarokar dono hee ek dum sahi hai.jeewan ke jwalant prashno ke uttar talashti rahiye yahi jeewan hai.shubhkamnayen
dr.bhoopendra
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