डूबते हुए हमे,वो लगे,
जैसे किनारे हो हमारे !
जितनेही पास गए,
वो उतनाही दूर गए,
वो भरम थे हमारे
वो कोई नही थे सहारे
उनके सामने हम डूबे
लगा,उन्हें पानीसे भय लगे!
लेखिका:लेखन का कहीभी किसीभी कारन बिना इजाज़त इस्तेमाल ना करे!
Friday, June 1, 2007
डूबते हुये...
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